महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं होती हैं, जिनमें से एक है Ovarian Cyst यानी अंडाशय में गांठ। यह समस्या महिलाओं में आम होती जा रही है, खासकर 15 से 45 साल की उम्र की महिलाओं में। ज़्यादातर मामलों में यह सिस्ट छोटी होती है और अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ मामलों में यह बड़ी हो जाती है और तकलीफ देती है।
इस लेख में हम जानेंगे Ovarian Cyst के लक्षण, कारण और इससे बचने के आसान तरीके।
क्या है Ovarian Cyst?
Ovarian Cyst एक प्रकार की तरल पदार्थ से भरी थैली होती है जो महिला के अंडाशय (Ovary) में बनती है। एक महिला के शरीर में दो अंडाशय होते हैं, और सिस्ट दोनों में या किसी एक में बन सकती है। यह सिस्ट कई प्रकार की होती है, जैसे:
Ovarian Cyst होने पर दिखने वाले लक्षण
शुरुआत में Ovarian Cyst के कोई खास लक्षण नहीं दिखते। लेकिन जब यह बढ़ने लगती है तो शरीर में कुछ संकेत दिखाई देते हैं:
- पेट के निचले हिस्से में दर्द (खासकर एक ओर)
- पीरियड्स में गड़बड़ी – जैसे अनियमित पीरियड्स, बहुत अधिक ब्लीडिंग या बहुत हल्का ब्लीडिंग
- पेट में भारीपन या सूजन
- पेट फूलना या गैस बनना
- कमर और जांघों में दर्द
- बार-बार पेशाब लगना
- सेक्स के दौरान दर्द
- जी मिचलाना या उल्टी जैसा महसूस होना
- थकान और चिड़चिड़ापन
अगर सिस्ट फट जाए या उसमें मोच आ जाए, तो अचानक तेज़ दर्द और खून निकलने की स्थिति बन सकती है, जो इमरजेंसी होती है।
Ovarian Cyst बनने के कारण
बचाव के आसान तरीके
- नियमित हेल्थ चेकअप कराएं:
हर 6 महीने या साल में एक बार पेट का अल्ट्रासाउंड कराना चाहिए। - संतुलित आहार लें:
हरी सब्जियां, फल, होल ग्रेन्स और लो फैट चीजें खाएं। - हार्मोन संतुलन बनाए रखें:
थायरॉइड, पीरियड्स या हार्मोन से जुड़ी कोई समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। - शारीरिक व्यायाम करें:
रोजाना 30 मिनट वॉक, योग या हल्का व्यायाम फायदेमंद होता है। - तनाव न लें:
तनाव हार्मोन पर असर करता है, जिससे सिस्ट बनने की संभावना बढ़ती है। - पीरियड्स पर ध्यान दें:
अगर पीरियड्स अनियमित हो रहे हैं, बहुत दर्द हो रहा है या कुछ अलग महसूस हो रहा है तो डॉक्टर से जरूर मिलें।
इलाज कैसे होता है?
Ovarian Cyst का इलाज उसके आकार, प्रकार और लक्षणों पर निर्भर करता है। कुछ मामलों में डॉक्टर सिर्फ निगरानी रखते हैं, लेकिन अगर सिस्ट बड़ी हो या दर्द ज्यादा हो, तो निम्नलिखित इलाज किए जाते हैं:
- दवाइयों से इलाज: हार्मोनल बैलेंस करने की दवाइयां दी जाती हैं।
- सर्जरी (लेप्रोस्कोपी): अगर सिस्ट बहुत बड़ी हो, बार-बार हो रही हो या कैंसर का शक हो तो सर्जरी की जाती है।
- लाइफस्टाइल में बदलाव: खानपान और व्यायाम को सुधारकर भी काफी हद तक राहत मिलती है।
निष्कर्ष
Ovarian Cyst आम समस्या है लेकिन इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। अगर समय रहते इसके लक्षणों को पहचाना जाए और सही इलाज लिया जाए, तो इससे आसानी से बचा जा सकता है। हर महिला को अपने शरीर के बदलावों को समझना और समय पर डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है।







